Raipur Municipal Corporation News : सात महीनों बाद रायपुर नगर निगम की आज सामान्य सभा हुई, जहां हंगामे के बीच 21 एजेंडों पर चर्चा हुई. 10 जाति प्रमाण पत्र और 9 नामकरण के एजेंडे पारित हुए. वहीं 22वें एजेंडे के प्रस्ताव को पक्ष ने ही गिरा दिया. इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि पक्ष ने ही सामान्य सभा में एजेंडा लाकर उसे गिराया है.
दरअसल शास्त्री बाजार में स्मार्ट सिटी द्वारा दुकान बनाए गए हैं. स्मार्ट सिटी चाहता है कि इन दुकानों का निगम टेंडर जारी करे और उससे मिली राशि को स्मार्ट सिटी को हैंडओवर किया जाए. इसी प्रस्ताव को आज सामान्य सभा में लाया गया, जिसका विरोध न सिफ भाजपा पार्षद दल बल्कि MIC के सदस्यों और कांग्रेस के पार्षदों ने भी किया. इसके बाद प्रस्ताव को गिरा दिया गया. इसके बाद सभापति ने सात तारीख तक के लिए सभा को स्थगित किया.
प्रस्ताव गिराने पर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे और उपनेताप्रतिपक्ष ने सवाल उठाया है कि बिना चर्चा के प्रस्ताव को सीधे सभा में लाया गया, जिसका नतीजा ये हुआ कि MIC ने ही प्रस्ताव का विरोध कर दिया. इससे महापौर की गंभीरता स्पष्ट उजागर होती है. भाजपा दल के पार्षदों ने स्मार्ट सिटी द्वारा किए गए कार्यों पर भी सवाल उठाया और इस प्रोजेक्ट के तहत किए गए कामों की जांच की मांग की.
अधिकारियों पर भ्रमित करने के लगे आरोप
इस मामले पर महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि इस विषय पर MIC में दो घंटे चर्चा हुई है. इस दौरान अधिकारियों से दो दिनों के अंदर नियम की जानकारी भी मंगाई गई थी, लेकिन जानकारी प्रस्तुत नहीं की गई और सीधे प्रस्ताव ला दिया गया. वहीं MIC मेम्बर श्रीकुमार मेमन ने इसे अधिकारियों की लापरवाही बताकर भ्रमित करने का आरोप लगाया है.