नई दिल्ली /रायपुर। महादेव ऑनलाइन ऐप घोटाले में नया मोड़ सामने आया है। ऐप के प्रमोटर रवि उप्पल और सह-मालिक सौरभ चंद्राकर इस मामले के मुख्य आरोपी हैं। सूत्रों के अनुसार, रवि उप्पल फिलहाल लापता है और उसके यूएई से फरार होने की आशंका जताई जा रही है।
6000 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़ा मामला
यह मामला करीब 6000 करोड़ रुपये के महादेव ऐप घोटाले से जुड़ा है, जिसकी जड़ें संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से जुड़ी बताई जा रही हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस ने रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें दोनों को मुख्य आरोपी बनाया गया था।
दिसंबर 2023 में हिरासत में लिए गए थे रवि उप्पल
जानकारी के अनुसार, दिसंबर 2023 में यूएई अधिकारियों ने रवि उप्पल को संक्षिप्त रूप से हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में रिहा कर दिया गया था। इसके बाद से वह जांच एजेंसियों की पहुंच से बाहर है।
सीबीआई और ईडी कर रही हैं संयुक्त जांच
महादेव ऐप घोटाले की जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) संयुक्त रूप से कर रहे हैं। अगस्त 2024 में सीबीआई ने छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर को अपने हाथ में लिया था। इस एफआईआर में सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और अन्य लोगों के नाम शामिल हैं। दोनों जांच एजेंसियों ने अब तक रवि उप्पल की वर्तमान स्थिति पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
इंटरपोल नोटिस के बाद गिरफ्तार हुआ था सौरभ चंद्राकर
घोटाले के सह-मालिक सौरभ चंद्राकर को अक्टूबर 2024 में इंटरपोल के रेड नोटिस के आधार पर यूएई में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। माना जा रहा है कि रवि उप्पल, जो ऐप का सह-प्रमोटर था, अब फरारी पर है और उसकी लोकेशन की पुष्टि नहीं हो पा रही है।




