नई दिल्ली।

भारत में बच्चों के नामकरण को पारिवारिक और सांस्कृतिक रूढ़ियों से जोड़ा जाता है, लेकिन सैन फ्रांसिस्को की टेलर हम्फ्री ने इसे पेशेवर सेवा बना दिया है। वह अमीर परिवारों के लिए अनोखे और यादगार नाम सुझाती हैं और इसके बदले में मोटी फीस लेती हैं।
हम्फ्री ने यह काम 2018 में शुरू किया था और तब वह हर क्लाइंट से करीब 100 डॉलर लेती थीं। मीडिया कवरेज़ और कुछ प्रभावशाली क्लाइंट्स के बाद उनकी मांग बढ़ी और आज उनके पैकेज्स 200 डॉलर से लेकर 30,000 डॉलर तक जाते हैं। छोटे पैकेज में वे ईमेल के जरिए नाम सुझाती हैं, जबकि उच्च मूल्य वाले पैकेज में परिवार की उत्पत्ति, परंपराएँ, माता-पिता की इच्छाएँ और बच्चे की भविष्य की पहचान का गहरा शोध शामिल होता है।
कई अमीर माता-पिता ऐसे नाम चाहते हैं जो किसी और के पास न हों, इसलिए वे हम्फ्री की सेवाएँ लेते हैं। वह न केवल नाम सुझाती हैं बल्कि माता-पिता के बीच disagreement को सुलझाने में भी मदद करती हैं। अब तक उन्होंने 500 से अधिक बच्चों के नाम रखे हैं और सोशल मीडिया पर उनकी फॉलोइंग एक लाख से ऊपर बताई जाती है। हम्फ्री कहती हैं कि नाम सिर्फ बोलने के लिए नहीं होता, बल्कि यह बच्चे की पहचान बनता है।