रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान हुए 3,200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रदेश के 30 वरिष्ठ आबकारी अधिकारियों को नोटिस भेजा है। ईओडब्ल्यू की चार्जशीट में इन अधिकारियों के नाम पहले ही शामिल हैं, और अब ईडी ने PMLA की धारा 50 के तहत उनसे जवाब तलब किया है।

मिली जानकरी के अनुसार, नोटिस का पालन न करने पर अधिकारियों को अदालत में पेश कराने के लिए सख्त कार्रवाई की जा सकती है। नोटिस पाने वालों में एक अतिरिक्त आयुक्त, पांच उपायुक्त, 14 सहायक आयुक्त (3 सेवानिवृत्त), सात जिला आबकारी अधिकारी (4 सेवानिवृत्त) और तीन अन्य सहायक अधिकारी शामिल हैं। ये सभी 2019 से 2023 के बीच 15 जिलों में तैनात रहे।
Read Also- गृह मंत्री अमित शाह का छत्तीसगढ़ दौरा 3 अक्टूबर को, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने दी जानकारी
शुरुआत में इस घोटाले की राशि 2,161 करोड़ रुपये अनुमानित थी, लेकिन गहन जांच के बाद अब इसे बढ़ाकर 3,200 करोड़ रुपये आंका गया है। अब तक पांच आरोपपत्र दाखिल और 13 गिरफ्तारियाँ हो चुकी हैं। जेल में कांग्रेस के पूर्व विधायक और पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, व्यवसायी अनवर ढेबर और विशेष सचिव (आबकारी) अरुणपति त्रिपाठी शामिल हैं।
निरंजन दास गिरफ्तार
हाल ही में EOW ने पूर्व आबकारी आयुक्त और आईएएस अधिकारी निरंजन दास को गिरफ्तार किया। उन पर धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक षडयंत्र के गंभीर आरोप हैं। जांच में सामने आया कि दास ने टुटेजा, त्रिपाठी और ढेबर के साथ मिलकर आबकारी राजस्व की भारी लूट के लिए एक समानांतर नेटवर्क बनाया था।
Read Also- अनोखे नामों की डिमांड से अमीर बनीं ये औरत, 500 बच्चों का नाम रख चुकीं टेलर, फीस सुनकर उड़ जाएंगे होश
ईडी और EOW के वरिष्ठ अधिकारी इसे आबकारी विभाग में शिकंजा कसने की दिशा में “एक महत्वपूर्ण चरण” बता रहे हैं। उनका कहना है कि यह कदम उस नेटवर्क को उजागर करने की दिशा में निर्णायक साबित होगा जिसने कथित तौर पर वर्षों तक बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को संस्थागत रूप दिया।