सक्ती। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की बिलासपुर इकाई ने शुक्रवार को सक्ती जिले के डभरा ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) राजेंद्र कुमार पटेल को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। कार्रवाई बीएमओ कार्यालय के बाबू उमेश कुमार चंद्रा की शिकायत पर की गई, जिसने अपने ही अधिकारी के खिलाफ हिम्मत दिखाते हुए एसीबी से न्याय की गुहार लगाई थी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता उमेश कुमार चंद्रा वार्ड क्रमांक 12 डभरा का निवासी है और बीएमओ कार्यालय डभरा में बाबू के पद पर पदस्थ है। उसने 6 अक्टूबर 2025 को एसीबी बिलासपुर इकाई में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके यात्रा भत्ता बिल की राशि 81,000 रुपए का भुगतान पहले ही किया जा चुका है। भुगतान के एवज में बीएमओ राजेंद्र कुमार पटेल ने 32,500 रुपए रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता द्वारा पहले 16,500 रुपए दिए जा चुके थे, जबकि शेष 16,000 रुपए की और मांग की जा रही थी। उमेश कुमार ने इस अवैध मांग की शिकायत एसीबी से की और बीएमओ को रंगे हाथ पकड़वाने का अनुरोध किया।
शिकायत की जांच में आरोप सही पाए जाने पर एसीबी टीम ने ट्रैप की योजना तैयार की। बीएमओ से बातचीत के दौरान रिश्वत की रकम 15 हजार रुपए पर सौदा तय हुआ। योजना के अनुसार शुक्रवार को शिकायतकर्ता ने तय राशि बीएमओ को उनके कार्यालय में ही सौंपी, उसी दौरान एसीबी टीम ने छापा मारते हुए बीएमओ राजेंद्र कुमार पटेल को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया।
कार्रवाई के दौरान मौके से 15,000 रुपए की रिश्वत राशि बरामद की गई। एसीबी टीम ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।