बालोद। वन विभाग बालोद की लापरवाही का खामियाजा अब मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है। वर्ष 2024 में विभाग के अंतर्गत किए गए विभिन्न निर्माण कार्यों की मजदूरी अब तक नहीं मिलने से नाराज मजदूर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर से अपनी मेहनताना राशि दिलाने की मांग की।

मिली जानकारी के अनुसार, बालोद परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाली वन समितियां दुग्गाबाहरा और मड़वापथरा के आरएफ 60 के जंगलों में मजदूरों ने वर्ष 2024 में कंटूर निर्माण, तार फेंसिंग और चेक डैम में सीलिंग जैसे कार्य किए थे। कार्य पूरा होने के बावजूद मजदूरों को अब तक उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे वे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
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फॉरेस्ट गार्ड पर दुर्व्यवहार का आरोप
मजदूरों ने बताया कि उन्होंने कई बार अपने रेंजर और फॉरेस्ट गार्ड से भुगतान के लिए संपर्क किया, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। आरोप है कि जब मजदूरों ने बार-बार मजदूरी की मांग की, तो फॉरेस्ट गार्ड ने उनके साथ दुर्व्यवहार तक किया। इससे आक्रोशित मजदूर अब कलेक्टर के पास अपनी समस्या लेकर पहुंचे हैं।
दिवाली से पहले मजदूरी की उम्मीद
दिवाली का त्योहार नजदीक होने के कारण मजदूरों ने कलेक्टर से निवेदन किया है कि उनकी लंबित मजदूरी का भुगतान जल्द से जल्द कराया जाए, ताकि वे अपने परिवार के साथ त्योहार मना सकें। मजदूरों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।