नई दिल्ली

लद्दाख के लेह शहर में बुधवार से चली आ रही हिंसा के बाद शनिवार को कर्फ्यू में पहली बार ढील दी गई। पुराने शहर के इलाकों में दोपहर 1 से 3 बजे तक और नए क्षेत्रों में 3:30 से 5:30 बजे तक चार घंटे की छूट रही। इस दौरान भारी पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बीच लोग आवश्यक वस्तुएं खरीदने और एटीएम से नकदी निकालने के लिए लंबी कतारों में दिखे। कोई असामान्य घटना नहीं घटी। यह फैसला उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता की अगुवाई वाली राजभवन की उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद लिया गया।
हिंसा का उद्गम और पृष्ठभूमि
बुधवार को लेह एपेक्स बॉडी ने लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची लागू करने की मांग पर हड़ताल का आह्वान किया था। प्रदर्शन के दौरान हालात बेकाबू हो गए, जिसमें चार लोग मारे गए और 90 से ज्यादा घायल हुए। इसके बाद शहरभर में कर्फ्यू थोप दिया गया। प्रशासन ने शुक्रवार रात स्पष्ट किया कि सोनम वांगचुक के उकसावे वाले बयानों और नेपाल के आंदोलनों जैसे उदाहरणों ने आग में घी का काम किया।
सोनम वांगचुक पर मुख्य आरोपी का ठहराया
पुलिस महानिदेशक एस डी सिंह जामवाल ने सोनम वांगचुक को हिंसा का केंद्रीय चेहरा बताते हुए कहा कि उनकी विदेशी गतिविधियां, खासकर पाकिस्तान से कथित जुड़ाव, जांच के दायरे में हैं। पिछले माह एक पाकिस्तानी जासूस की गिरफ्तारी में वांगचुक के नेतृत्व वाले प्रदर्शनों के वीडियो सीमा पार भेजने के सबूत मिले थे। उनकी पाकिस्तान और बांग्लादेश यात्राओं पर सवाल उठ रहे हैं, जहां उन्होंने पाकिस्तानी अखबार द डॉन के एक आयोजन में भाग लिया। साथ ही, उनके संगठन पर विदेशी चंदा और एफसीआरए नियमों के उल्लंघन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। डीजीपी ने आरोप लगाया कि वांगचुक ने केंद्र सरकार और स्थानीय प्रतिनिधियों के बीच चल रही वार्ता को तोड़ने का प्रयास किया। 25 सितंबर की एक अनौपचारिक बैठक से ठीक पहले उनके भड़काऊ वीडियो और उद्घोषणों ने तनाव को चरम पर पहुंचाया।
बाहरी साजिश की पड़ताल तेज
उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता ने घटना को विदेशी षड्यंत्र का हिस्सा करार दिया। उन्होंने उल्लेख किया कि तीन नेपाली नागरिकों को गोली लगी मिली और अन्य बाहरी लोगों की भूमिका की जांच जारी है। पुलिस ने 50 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनमें छह प्रमुख अगुआ हैं। एक स्थानीय पार्षद पर भी हिंसा को हवा देने का इल्जाम है, जिसकी धरपकड़ के प्रयास चल रहे हैं।